तुमने शाहे जिलान मुझे बगदाद बुलाया!यूँ मेरे मुकद्दर को शाह तुमने जगाया! देखु ना तेरा दरबार मेरी थी ये तमन्ना! मुद्दत का मेरे दिल का ये अरमान बराया! हो शुक्र अदा…
सरकारे गौसे आजम नजरें करम खुदारा मेरा खाली का सा भरदो मै फकीर हूँ! तुम्हारा झोली को मेरी भरदो वरना कहेगी ये दुनिया ऐसे सखी का मंगता फिरता है! मारा मारा सबका…
हर एक सुन्नी से लप पर है! तराना आला हज़रत का बढ़ा ज़ीशान है! उलमी घराना आला हज़रत का फकाबत मै बढ़ा ही इम्तियाजी इनका रुतवा है! फतबये रिजबिया है! एक खजाना…
मीरा बलियो के इमाम देदो पंजतन के नाम हमने झोली है! फैलायी बढ़ी देर से डालो नजरें करम सरकार अपने मंगतो पे एक बार हमने महफिल है! सजाई बढ़ी देर से मेरे चाँद मै…
आका ने बनाया है! जिसे पहला खलीफा हर एक सहाबी ने जिसे माना है! आका कुराने मुकद्दस ने पढ़ा है! जिसका कासीदा सिद्दीक है! सिद्दीक है! वो मेरा सिद्दीक उस्मान…