दंग है! सब देख कर आधा इधर आधा उधर नात सरीफ lyrics

दंग है! सब देख कर आधा इधर आधा उधर 
हो गया पल मै कमर आधा इधर आधा उधर 


चाँद ही किया आसमान को भी अगर कहते हुज़ूर 
वो भी गिरता टूट कर आधा इधर आधा उधर 


आला हज़रत के गुलामो से उलझना छोड़ दो 
फेक देंगे काट कर आधा इधर आधा उधर 


जब रजा की उठ गयी तलबार तो फिर किया हुआ 
हो गया नजदी का सर आधा इधर आधा उधर 


एक तरफ मक्के की हद और एक तरफ शेरे नवी 
काश होता मेरा घर आधा इधर आधा उधर 


दुश्मने मुस्तफा को देख लेना पुल सिरात 
डाल देगा काट कर आधा इधर आधा उधर 

Writter :- हसीन मुसीर अहमद कादरी नक्सबंदी भुजपुरा अलीगढ 

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