वे खुद किये देते है! अंदाज है! हिजाबाना
आ दिल मै तुझे रखलु ऐ जलवाये जानाना
इतना तो करम करना ऐ चश्मे करिमाना
जब जान लबों पर हो! तुम सामने आ जाना
कियु आँख मिलायी थी! कियु आग लगायी थी!
अब रुख को छुपा बैठे करके मुझे दीबाना
जी चाहता है! तोहफ़े मै भेजू मै उन्हें आँखे
दर्शन का तो दर्शन हो! नजराने का नजराना
किया लुत्फ़ हो! महसर मै कदमो मै गिरु उनके
सरकार कहे देखो दीवाना है! दीवाना
किया लुत्फ़ हो! महसर मै मै सिकवे किये जाऊ
वो हस के कहे जाये! दीवाना है! दीवाना
मै होसो हबास अपने इस बात पर खो बैठा
जब तूने कहा हसके आया मेरा दीवाना
पीने को तो पी लूंगा पर अर्ज जरा सी है!
अजमेर का साकी हो! बगदाद का मेखाना
बे दम मेरी किस्मत मै चक्कर है! इसी दर के
छूटा है! ना छूटेगा मुझसे दरे जनाना
साकी तेरे आते ही ये जोश है! मस्ती का
सीसे पे गिरा सीसा पैमाने पे पैमाना
मालूम नहीं बे दम मै कौन हु! और किया हूँ!
यूँ अपनों पे अपना हूँ! बेगानो मै बेगाना
Writter :- हसीन मुसीर अहमद कादरी नक्सबंदी भुजपुरा अलीगढ