मेरा दिल तड़प रहा है! मेरा जल रहा है! सीना
की दवा वही मिलेगी मुझे ले चलो मदीना
दीदारे मुस्तफा को आँखे तरस रही है!
दुसवार हो गया है! इनके बगैर जीना
तस्वीरे मुस्तफा की नजर आ रही है! दिल मै
मै ये सोचता हूँ! दिल मै मेरा दिल है! या मदीना
सब व रोज बढ़ रहा है! मेरी तसनगी का आलम
ये प्यास कब भुजेगी मेरी साकिये मदीना
मुझे गर्दिसो ने छेड़ओ मेरा है! कोई जहा मै
मै अभी पुकार लूंगा नहीं दूर है! मदीना
इक़बाल नातवा की बस एक इल्तिजा है!
रहे जिंदगी सलामत मै भी देख लू मदीना
Writter :- हसीन मुसीर अहमद कादरी नक्सबंदी भुजपुरा अलीगढ
माशाअल्लाह