टूटे दिलो का आसरा मेरे हुज़ूर है!
नूरे खुदा नूरी जिया मेरे हुज़ूर है!
रब ने दुरूदे पाक को रखा नमाज मै
सल्ले अला सल्ले अला मेरे हुज़ूर है!
आली वकार आलम मेरे हुज़ूर है!
सब अम्बिया के साहनशाह मेरे हुज़ूर है!
बाबा है! सय्यदा के हसनैन के नाना
मोला अली के पेसवा मेरे हुज़ूर है
मेरे हर इश्क की रखते है! हर खबर
वो रहमतों की इंतिहा मेरे हुज़ूर है!
अब जिंदगी मै और अँधेरे नहीं रहे!
नूरे खुदा मेरी जिया मेरे हुज़ूर है!
Writter :- हसीन मुसीर अहमद कादरी नक्सबंदी भुजपुरा अलीगढ